Wednesday, December 25, 2013

अज्ञात

प्रकृति, समय और धैर्य ये तीन हर दर्द की दवा हैं ।

श्रीमदभग्वदगीता

कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन् ।

(कर्म करने में ही तुम्हारा अधिकार है, फल में कभी भी नहीं)

कबीर

कांकर पाथर जोरि के, मसजिद लै बनाय ।
ता चढि मुल्ला बाक दे, क्या बहरा भया खुदाय ॥

डॉ. विक्रम साराभाई

जो भारी कोलाहल में भी संगीत को सुन सकता है, वह महान उपलब्धि को प्राप्त करता है ।

चाणक्य

मेहनत करने से दरिद्रता नहीं रहती,
धर्म करने से पाप नहीं रहता,
मौन रहने से कलह नहीं होता और
जागते रहने से भय नहीं होता |

यदि कोई लडकी लज्जा का त्याग कर देती है तो अपने सौन्दर्य का सबसे बडा आकर्षण खो देती है ।

लार्ड बायरन

पुरुष के लिए प्रेम उसके जीवन का एक अलग अंग है पर स्त्री के लिए उसका संपूर्ण अस्तित्व है।
अगर आपने को धनवान अनुभव करना चाहते है तो वे सब चीजें गिन डालो जो तुम्हारे पास हैं और जिनको पैसे से नहीं खरीदा जा सकता ।
अगर आपने को धनवान अनुभव करना चाहते है तो वे सब चीजें गिन डालो जो तुम्हारे पास हैं और जिनको पैसे से नहीं खरीदा जा सकता ।

ड्‍वाइन डी. आइसनहॉवर

निराशावाद ने आज तक कोई जंग नही जीती...

चाणक्य

शठे शाठ्यं समाचरेत् ।

(दुष्ट के साथ दुष्टता बरतनी चाहिये)