Thursday, April 2, 2015

शाख से टूटे हुए

शाख से टूटे हुए....पत्ते जैसी है ज़िन्दगी..!
सुख दुःख की हवा के झोंके खिलवाड़ करते है..!!
"शोहरत बेशक चुपचाप गुजर जाए..!
कमबख्त..बदनामी बड़ा शोर करती है..!!"
"कभी तुझमे पलती है, कभी मुझमे पलती है..!
ख्वाहिशें.....कभी भी बेघर नही होती....!!"
"किस से करूं अपने दर्द की शिकायत.!
यहां दवा की शीशी मे जहर बिकता है..!!"
"कितनी मासूम होती है ये दिल की धड़कनें..!
कोई सुने ना सुने...ये खामोश नही रहती..!!"

Chupky chupky teri yad me

Chupky chupky teri yad me jalty rahe hum.
Tu ne yad na kiya tujy yad karty rahe hum.
Na tujy khabar howi na zamana samj saka.
Teri yad me din rat karvateen
badalty rahe hum.
Hum he the k tujy bhula na saky.
Tamam omar khush raho tum ye dua karty rahe hum...

रुसवाई

मियाँ रुसवाई दौलत के तआवुन से नहीं जाती,
यह कालिख उम्र भर रहती है साबुन से नहीं जाती !

पल में गुजरती रही

वक्त से गिरते लम्हे, ,,
लम्हों से गिरते पल,
इक पल की थी जिंदगी
पल में गुजरती रही ।