उसे कह दो वोह मेरा है, बेगाना हो नहीं सकता,
बोहत नायाब है, उस जैसा ज़माना हो नहीं सकता,
उनके साथ जो गुज़रा वोह मौसम याद आता है,
उनके बाद का मौसम सुहाना हो नहीं सकता,
छुपाने से नहीं छुपता, दिखाने से नहीं दिखता,
यह आतिश-ऐ-इश्क है, इस में बहाना हो नहीं सकता,
वो दिल पे नक्श हो जाए, निगाहों में समा जाये,
कि इस दिल में किसी का फिर से आना हो नहीं सकता,
बहुत हैं चाहने वाले उनके, हमने सुना है पर,
कोई भी दूसरा हम सा दीवाना हो नहीं सकता…♥ !!!
बोहत नायाब है, उस जैसा ज़माना हो नहीं सकता,
उनके साथ जो गुज़रा वोह मौसम याद आता है,
उनके बाद का मौसम सुहाना हो नहीं सकता,
छुपाने से नहीं छुपता, दिखाने से नहीं दिखता,
यह आतिश-ऐ-इश्क है, इस में बहाना हो नहीं सकता,
वो दिल पे नक्श हो जाए, निगाहों में समा जाये,
कि इस दिल में किसी का फिर से आना हो नहीं सकता,
बहुत हैं चाहने वाले उनके, हमने सुना है पर,
कोई भी दूसरा हम सा दीवाना हो नहीं सकता…♥ !!!
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