Tuesday, December 17, 2013

विल्ल डुरान्ट (अमरीकी इतिहासकार)

भारत हमारी संपूर्ण (मानव) जाति की जननी है तथा संस्कृत यूरोप के सभी भाषाओं की जननी है : भारतमाता हमारे दर्शनशास्त्र की जननी है, अरबॊं के रास्ते हमारे अधिकांश गणित की जननी है, बुद्ध के रास्ते इसाईयत मे निहित आदर्शों की जननी है, ग्रामीण समाज के रास्ते स्व-शाशन और लोकतंत्र की जननी है ।
अनेक प्रकार से भारत माता हम सबकी माता है ।

No comments:

Post a Comment