लड़के ने उसे सौ मेले भेजे। उनके सीक्रेट मेल पर। उस सीक्रेट मेल का
पासवर्ड दोनों के पास था। वो रोज दिन में दस बार देखता कि मेल पढ़ी गई या
नहीं। तीन महीने तक मेल्स ऐसे ही अनपढ़ी पड़ी रहीं। आखिरकार एक दिन उसने
सबकुछ डिलिट कर दिया। उसके बाद भी मेल्स रिसाइकिल बिन में पड़ी रहीं।
अनरेड का निशान दिखाती हुई ..
काले बोल्ड अक्षरों में लिखा होता रिसाइकिल बिन के सामने 101..
फिर एक दिन अचानक मेल खोला तो वो काले बोल्ड अक्षर नहीं दिखे। उसने खुशी और बेचैनी में सोचा शायद सब पढ़ ली गईं। वो कुछ सेकेंड जिंदगी के थे।
जिंदगी के कुछ सेकेंड बीत जाने की हड़बड़ी में थे।
फिर उसने रिसाइकिल बिन खोला, लेकिन अब वहां कोई मेल नहीं थी।
रिसाइकिल बिन से सारी मेल एक महीने में खुद ब खुद डिलिट हो जाती थी ना ।
काले बोल्ड अक्षरों में लिखा होता रिसाइकिल बिन के सामने 101..
फिर एक दिन अचानक मेल खोला तो वो काले बोल्ड अक्षर नहीं दिखे। उसने खुशी और बेचैनी में सोचा शायद सब पढ़ ली गईं। वो कुछ सेकेंड जिंदगी के थे।
जिंदगी के कुछ सेकेंड बीत जाने की हड़बड़ी में थे।
फिर उसने रिसाइकिल बिन खोला, लेकिन अब वहां कोई मेल नहीं थी।
रिसाइकिल बिन से सारी मेल एक महीने में खुद ब खुद डिलिट हो जाती थी ना ।
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