Friday, July 1, 2011

वही ज़माना साक़ी

कोई शर्त, अब न कोई बहाना साक़ी,
हो चुका मैं तो तेरा दीवाना साक़ी.....
बस मैं हूँ, तू है, और जाम है यहाँ
लौट आया फिर वही ज़माना साक़ी.....

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