Saturday, July 2, 2011

.जाम उठा, चल जाम उठा

छोड़ साक़ी से गुफ्तगुं ऐ यार,
.....................जाम उठा, चल जाम उठा,
फिर नही लौटेगा ऐसा ख़ुमार,
.....................जाम उठा, चल जाम उठा,
बहुत हो चुकी ग़म से तकरार,
.....................जाम उठा, चल जाम उठा,
रास आया न तुझे भी ये प्यार,
.....................जाम उठा, चल जाम उठा,
ओ बेपरवा होश से कर इनकार,
.....................जाम उठा, चल जाम उठा,
भूल जा खिज़ा, देख आई बहार,
.....................जाम उठा, चल जाम उठा,
छोड़ सयानी बातें, ऐ दीवानावार,
.....................जाम उठा, चल जाम उठा,
नगद नहीं है, तो कर ले उधार,
.....................जाम उठा, चल जाम उठा,

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