आज फिर मुझको उसकी याद दिला दी बारिश ने
दिल में जो भूल की आग थी बुझा दी बारिश ने
मैं तनहा था अपने घर में ज़माने से परे
मगर मेरे घर की दीवार गिरा दी बारिश ने
...
उस के जिक्र से हो गयी मेरी आंखें नम
मगर दोस्तों में ये सारी बात छुपा दी बारिश ने
सुना है, वो भी रोया है आज बहुत
लगता है उनको मेरी याद दिला दी बारिश ने
वो बेवफा हुआ तो फिर क्या हुआ
आज मेरे साथ रो कर वफ़ा निभा दी बारिश ने.......
दिल में जो भूल की आग थी बुझा दी बारिश ने
मैं तनहा था अपने घर में ज़माने से परे
मगर मेरे घर की दीवार गिरा दी बारिश ने
...
उस के जिक्र से हो गयी मेरी आंखें नम
मगर दोस्तों में ये सारी बात छुपा दी बारिश ने
सुना है, वो भी रोया है आज बहुत
लगता है उनको मेरी याद दिला दी बारिश ने
वो बेवफा हुआ तो फिर क्या हुआ
आज मेरे साथ रो कर वफ़ा निभा दी बारिश ने.......
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